Tuesday, April 19, 2011

वो आसमान था और सर झुकाए बैठा था .

हिंदी सिनेमा के शलाका पुरुष सचिन भौमिक नहीं रहे   श्रद्धांजलि. ये विडम्बना ही है की उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार नहीं मिला हलाकि उन्होंने जितनी फिल्मे लिखी है उतना शायद ही  विश्व में किसी ने नहीं लिखा हों  ., हो सकता है की बहुत सारे लोग उन्हें नहीं जानते हों पर उनकी लिखी फिल्मो को जरूर जानते होंगे . इनमे से आप किनको जानते है ? दादा की लिखी फ़िल्में ----- अनुराधा , लाजवंती , मेम दीदी , छाया , आई मिलन की बेला , मजबूर ,जिद्दी , जानवर , लव इन टोकियो ,आये दिन बहार के , एन इविनिंग इन पेरिस ,ब्रह्मचारी , आराधना , एक श्रीमान एक श्रीमती ,आया सावन झूम के ,तुमसे अच्छा कौन है , .पहचान , आन मिलो सजना , प्रीतम , कारवां , जवाँ मुहब्बत , नया ज़माना , अंदाज  , बेईमान , आँखों आँखों में ,जुगनू , राजा रानी , असली नकली , दोस्त , खेल खेल में , झूठा कहीं का , वारंट ,आक्रमण  , तुम हसीं मै जवान , ज़िन्दगी  , बारूद , ज्योति ,त्रिमूर्ति , भवर , हम किसी से कम नहीं , चलता पुर्जा ,आज़ाद ,तृष्णा , गोलमाल ,क़र्ज़  , दो और दो पाँच , आँचल  , ज़माने को दिखाना है ,जेल यात्रा , आस पास , ज़लज़ला , नरम गरम , बेमिसाल , नास्तिक , किसी से न कहना , अच्छा बुरा  , ज़मीन आसमान , अन्दर बाहर , करिश्मा , जागीर , मंजिल मंजिल , साहब , फासले , ज़बरदस्त , कर्मा,   एक से भले दो , झूठी , आप के साथ , नामुमकिन , क़ानून अपना अपना , आग से खेलेंगे , सौदागर  , दुश्मन देवता , दीदार , निश्चय , ज़ख़्मी दिल ,ये दिल्लगी , मै खिलाडी तू अनाड़ी , इक्के पे इक्का , चाँद का टुकड़ा  , अमानत , करन अर्जुन , साजन की बाहों में , दरार  , दस्तक , आतंक , अचानक , कोयला , सोल्जर , कीमत ,, झूठ बोले कौवा काटे , दुश्मन , आंटी नंबर वन , आ अब लौट चलें , ताल , कारोबार , कृष्णा , युवराज , कई मिल गया , दो दिल , धन दौलत ,शरारा , आग का दरिया , अफसाना , नाटक , कन्यादान , वचनवद्ध , गीतांजलि , ड्रीमगर्ल , सड़क छाप , खलनायिका , प्यार के काबिल , हमला , गुरुदेव , सनम बेवफा , बीवी और मकान , विजय , विधाता , ब्लैक एंड वाईट , छोटी सी मुलाक़ात , थिलू मुलु , क्रिश ( १२3 फिल्मे ) ............  कुछ और भी है जो  मुझे याद नहीं आ रही है , अगर आप को याद हों तो मुझे बताये                                               




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